फतेहपुर सीकरी
फतेहपुर सीकरी का शाही शहर आगरा, उ. प्र. से पश्चिम दिशा में 26 मील की दूरी पर स्थित है। इसका निर्माण महान मुगल शासक अकबर द्वारा कराया गया था। संत शेख सलीम चिश्ती के सम्मान में सम्राट अकबर ने सीकरी ब्रिज पर इस विशाल शहर की नींव रखी थी। वर्ष 1571 में उन्होंने स्वयं अपने उपयोग के लिए भवन निर्माण का आदेश दिया और अपने दरबार के विशिष्ट व्यक्तियों से अपने घर यहां निर्मित करने के लिए कहा।
एक वर्ष के अंदर अधिकांश निर्माण कार्य पूरा हो गया और अगले कुछ वर्षों के अंदर सुयोजना बद्ध प्रशासनिक, आवासीय और धार्मिक भवन अस्तित्व में आए।
जामा मस्जिद संभवतया पहला भवन था, जो निर्मित किया गया। इसके शिला लेख एएच 979 ( एडी 1571-72) दर्शाते हैं कि इसका निर्माण इस तिथि को पूरा हुआ। बुलंद दरवाजा लगभग 5 वर्ष बाद जोड़ा गया। अन्य महत्वपूर्ण भवनों में शेख सलीम चिश्ती की दरगाह, नौबत-उर-नक्कारखाना (ड्रम हाउस), टकसाल (मिंट), कारखाना (शाही वर्कशॉप), खजाना (राजकोष), हकीम का घर, दीवान-ए-आम (जनता के लोगों के लिए बनाया गया कक्ष), मरियम का निवास, जिसे सुनहरा मकान (गोल्डन हाउस) भी कहते हैं, जोधा बाई का महल, बीरबल का निवास आदि शामिल हैं।
फतेहपुर सीकरी का शाही शहर आगरा, उ. प्र. से पश्चिम दिशा में 26 मील की दूरी पर स्थित है। इसका निर्माण महान मुगल शासक अकबर द्वारा कराया गया था। संत शेख सलीम चिश्ती के सम्मान में सम्राट अकबर ने सीकरी ब्रिज पर इस विशाल शहर की नींव रखी थी। वर्ष 1571 में उन्होंने स्वयं अपने उपयोग के लिए भवन निर्माण का आदेश दिया और अपने दरबार के विशिष्ट व्यक्तियों से अपने घर यहां निर्मित करने के लिए कहा।
एक वर्ष के अंदर अधिकांश निर्माण कार्य पूरा हो गया और अगले कुछ वर्षों के अंदर सुयोजना बद्ध प्रशासनिक, आवासीय और धार्मिक भवन अस्तित्व में आए।
जामा मस्जिद संभवतया पहला भवन था, जो निर्मित किया गया। इसके शिला लेख एएच 979 ( एडी 1571-72) दर्शाते हैं कि इसका निर्माण इस तिथि को पूरा हुआ। बुलंद दरवाजा लगभग 5 वर्ष बाद जोड़ा गया। अन्य महत्वपूर्ण भवनों में शेख सलीम चिश्ती की दरगाह, नौबत-उर-नक्कारखाना (ड्रम हाउस), टकसाल (मिंट), कारखाना (शाही वर्कशॉप), खजाना (राजकोष), हकीम का घर, दीवान-ए-आम (जनता के लोगों के लिए बनाया गया कक्ष), मरियम का निवास, जिसे सुनहरा मकान (गोल्डन हाउस) भी कहते हैं, जोधा बाई का महल, बीरबल का निवास आदि शामिल हैं।